प्रथम बन्दूँ पद विनिर्मल
परा-पथ पाथेय पुष्कल।
गणित अगणित नूपुरों के,
ध्वनित सुन्दर स्वर सुरों के,
सुरंजन गुंजन पुरों के,
कला निस्तल की समुच्छल।
प्रथम बन्दूँ पद विनिर्मल
परा-पथ पाथेय पुष्कल।
गणित अगणित नूपुरों के,
ध्वनित सुन्दर स्वर सुरों के,
सुरंजन गुंजन पुरों के,
कला निस्तल की समुच्छल।