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पसीने का होना / अरुण आदित्य

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आप जो बचते हैं धूप से
कतराते हैं काम से
चिढ़ते हैं पसीने के नाम से
वातानुकूलित कक्ष में भी हो गए पसीना-पसीना
किसी ने पकड़ तो नहीं लिया आपका सफेद झूठ
या काला सच।