रेत पर नाम लिखता हूँ
अपना अन्जाम लिखता हूँ
कद से बड़े हुए साये
जीवन की शाम लिखता हूँ
सिमटने लगी दूरियाँ जब
फासले तमाम् लिखता हूँ
हैसियत है तो आइए
मैं अपना दाम लिखता हूँ