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प्रेम-6 / रविकान्त

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तुमने मुझसे कुछ भी नहीं चाहा
सिवाय इसके कि मेरे बारे में तुम्हें
सब कुछ पता हो।

बावजूद इसके
घायल प्रेम
जीवित रहता है।