भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चार वर्षों से / कात्यायनी
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:36, 16 फ़रवरी 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कात्यायनी |संग्रह=जादू नहीं कविता / कात्यायनी }} …)
चार वर्षों से
कोशिश कर रही हूँ
नाकाम
लिखने की
एक प्रेम कविता।
ईश्वर तो होता नहीं,
हो लोगो! तुम्हीं बताओ
मैं क्या करूँ?
रचनाकाल : जून 1993