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एक पक्षी / सुतिन्दर सिंह नूर

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तेरे आने के बाद
एक पक्षी
मेरे अन्दर घोंसला बनाता है
गहराइयों में खो जाता है।

तेरे जाने के बाद
एक पक्षी
खुले आकाश में उड़ता है
उकाब की भांति
अंतरिक्षों को चीरता है
और खो जाता है।

मूल पंजाबी भाषा से अनुवाद : सुभाष नीरव