कलातन्त्र का
फैलाए हुए प्रपंच
पांचाल की
स्त्री के
केलि कर्म में
सारे अस्त्र एक साथ ही
पा जाता है
कामदेव
मूल संस्कृत से अनुवाद : राधावल्लभ त्रिपाठी
कलातन्त्र का
फैलाए हुए प्रपंच
पांचाल की
स्त्री के
केलि कर्म में
सारे अस्त्र एक साथ ही
पा जाता है
कामदेव
मूल संस्कृत से अनुवाद : राधावल्लभ त्रिपाठी