Last modified on 15 मई 2010, at 12:10

यह सब लिख / लीलाधर मंडलोई

Pradeep Jilwane (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:10, 15 मई 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=मगर एक आवाज / लीलाधर मंडलो…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

यह हंसी मैं सुन रहा हवा के एवज
यह हंसी मैं सुन रहा फूल के एवज
यह हंसी मैं सुन रहा जल के एवज
यह हंसी मैं सुन रहा ऋतु के एवज
यह हंसी मैं सुन रहा पृथ्‍वी के एवज
यह हंसी मैं सुन रहा अंतरिक्ष के एवज

और यह जो हंसी गूंज रही बच्‍चों की निर्द्वन्‍द्व चतुर्दिक
हुजूर जी-7 सावधान!
यह अब सब लिख आपके एवज
मैं आपकी प्रायोजित से बची हंसी की लड़ाई में शामिल हुआ