Last modified on 24 मई 2010, at 10:35

सरिता से बहते जाते / सुमित्रानंदन पंत

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:35, 24 मई 2010 का अवतरण ("सरिता से बहते जाते / सुमित्रानंदन पंत" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

सरिता से बहते जाते
चंचल जीवन पल,
आदि अंत अज्ञात,
ज्ञात बस फेनिल कल कल!
हार गए सब खोज,
मिली पर थाह न निस्तल,
डूब गया जो, पाया
उसने भेद, वह सफल!