खिलने को जन्मा
दिन
मुरझाता
मैंने देखा
उसे देखा
दिन
खिलने को जन्मा
दिन जन्मा
मैं एक बार फिर जन्मा
उसे देखा
देखा चराचर
खिल रहे
अपने-अपने दुखों में बराबर
दिन खिलता
रोता
मैंने देखा
दिन
खिलने को जन्मा
खिलने को जन्मा
दिन
मुरझाता
मैंने देखा
उसे देखा
दिन
खिलने को जन्मा
दिन जन्मा
मैं एक बार फिर जन्मा
उसे देखा
देखा चराचर
खिल रहे
अपने-अपने दुखों में बराबर
दिन खिलता
रोता
मैंने देखा
दिन
खिलने को जन्मा