Last modified on 27 मई 2010, at 19:13

मादक स्वप्निल प्याला फेनिल / सुमित्रानंदन पंत

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:13, 27 मई 2010 का अवतरण ("मादक स्वप्निल प्याला फेनिल / सुमित्रानंदन पंत" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मादक स्वप्निल प्याला फेनिल
साक़ी, फिर फिर भर अंतर का
आलोकित जिनका उर निश्चित
पीते वे मधु मदिराधर का!
जग के तम से, संशय भ्रम से
मोह मलिन जिनका मन मंदिर,
उनके भीतर जीवन-भास्वर
जलता दीप न साक़ी का फिर!