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गइया / मुकेश मानस

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इधर भी गइया
उधर भी गइया
सब जग गइया है
गइया की जय-जय करो

गलियों में गइया
सड़कों पे गइया
कूड़ों पे गइया है
गइया की जय-जय करो

भूखी है गइया
प्यासी है गइया
रोती गइया है
गइया की जय-जय करो

ध्रम की गइया
करम की गइया
भरम की गइया है
गइया की जय-जय करो

खोट की गइया
नोट की गइया
वोट की गइया है
गइया की जय-जय करो

रचनाकार : 1996