जो बेईमान हुआ | उसका सम्मान हुआ | बेकार सत्य बोला, नाहक अपमान हुआ | इंसान हुआ आबं, व्यर्थ गुमान हुआ| रोटी मकान कपड़ा, इतना सामान हुआ| चाहा पढ़ें कसीदे, दर्द बयान हुआ |