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बाल पहेलियाँ-9 / दीनदयाल शर्मा
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1.
फ़िल्में, गीत, ख़बर और नाटक
रोज़ हमें दिखलाता ।
सीसे का छोटा सा बक्सा,
बोलो क्या कहलाता ?
2.
ठंडी-ठंडी दूध और जल से,
जमी है चपटी-गोल ।
सारे बालक मचल उठें सुन,
इसके मीठे बोल ।।
3.
अफ़सर, नेता सबको भाती,
चौपाई बिन प्राण ।
उसको पाने की ख़ातिर सब,
अपने हैं अनजान ।।
4.
तिल-तिल करके जलती है जो,
फैलाती उजियारा ।
उसके मिट जाने से मिटता,
भीतर का अँधियारा ।।
5.
चरणों में जो रहता हरदम,
सेवक सीधा-सादा।
बदमाशों का करे ख़ातमा,
दादों का भी दादा।।
उत्तर
1. टेलीविजन
2. कुल्फ़ी
3. कुर्सी
4. मोमबत्ती
5. जूता