भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

एक कविता चिड़िया जैसी / गोबिन्द प्रसाद

Kavita Kosh से
Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:13, 5 जुलाई 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गोबिन्द प्रसाद |संग्रह=मैं नहीं था लिखते समय / ग…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


एक कविता
चिड़िया जैसी
       उड़ते
       उड़ते
       आकाश हो गई
       रचते
       रचते
       वृक्ष हो गई