भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

अंतर का पत्थर / मनोज श्रीवास्तव

Kavita Kosh से
Dr. Manoj Srivastav (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:28, 6 जुलाई 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= मनोज श्रीवास्तव |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> ''' अंतर का प…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


अंतर का पत्थर

बातें
पत्थरों के
संजीवन
उत्फुल्लन
रसपंकन की
बासी हुई,
लेकिन, सच हैं
क्योंकि--
मेरे अंतर
का पत्थर
सजीव
पुष्पित
रसमय हैं.