भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

प्यार में / चंद्र रेखा ढडवाल

Kavita Kosh से
द्विजेन्द्र द्विज (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:11, 17 जुलाई 2010 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

प्यार में
उत्कण्ठा ढूँढता पुरुष
बेलौस
एक मुश्त विस्फोट


आश्वस्ति चाहती
अंग-अंग को
भीख का कटोरा करती
नकार पर झड़ती
स्वीकार पर खिलती
ज़रा-ज़रा कहती
ज़रा-ज़रा रिसती औरत