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बेदिली क्या यूँ ही दिल गुज़र / जॉन एलिया
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बेदिली क्या यूँ ही दिल गुज़र जाएंगे
सिर्फ ज़िन्दा रहे तो हम मर जाएंगे
ये खराब
सुबह होते ही सब काम पर जाएंगे
कितने दिलकश हो तुम कितना दिलजूँ हूँ मैं
क्या सितम है कि हम लोग मर जाएंगे