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नीली चिड़िया / पूनम तुषामड़

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नीली सुंदर चिड़िया
निकली है
पंख फड़फड़ाकर
अपने घोंसले से बाहर
खुले नीले
आसमान में उड़ने को ।

अचानक...
सामने से आते
गिद्धों को देखकर
सहम गई है
नीली चिड़िया ।

नीली चिड़िया
इंतज़ार करती है
वापस घोंसले में आकर
और सोचती है-

आख़िर
कब तक रहेगा
यह असुरक्षा बोध?

कब मिलेगा
हमें भी
स्वतंत्र उड़ने को
यह स्वच्छ
नीला आसमान?