Last modified on 26 सितम्बर 2010, at 21:05

आसान नहीं है विदा कहना / केशव तिवारी

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:05, 26 सितम्बर 2010 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आसान
नहीं है
विदा कहना

गज़ भर का
कलेजा चाहिए
इसके लिए
कि इस नदी से
विदा कहूँ

भद्दर गरमी
और
जाड़ों की रातों में भी
भाग-भाग कर जाता हूँ
जिसके पास