भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

राजा जनक के चार बेटिया/ मैथिलि

Kavita Kosh से
Amitesh (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:27, 2 अक्टूबर 2010 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रचनाकार का नाम- अज्ञात

राजा जनक के चारी बेटिया चारु करब कन्यादान यै

किनका साजब आजन बाजन, किनका साजब बरियात यै

किनका के साजब नौ जोड़ा, नटुआ छोटकी साजब भगवान यै

बड़की के साजब आजन बाजन, मझली साजब बरियात यै

सझली साजब नौ जोड़ा नटुआ, छोटकी साजब भगवान यै

खेत बसायब आजब बाजन, दालान बसायब बरियात यै

महफ़िल बसायब नौ जोड़ा नटुआ, कोबरे बसायब भगवान यै


यह गीत श्रीमती रीता मिश्र की डायरी से ली गयी है.