भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
संसार / कन्हैया लाल सेठिया
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:03, 24 अक्टूबर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: <poem>यह है रामलीला के सामान की दुकान यहां राम और रावण के मुखौटे के एक …)
यह है
रामलीला के
सामान की
दुकान
यहां राम और रावण के
मुखौटे के
एक ही दाम !
अनुवाद : नीरज दइया