भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बादली/चन्द्र सिंह
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:01, 13 नवम्बर 2010 का अवतरण
जीवन नै सह तरसिया बंजड झंकड़ वाड़
बरसे, भोली बादली आयो आज आसाड़
आठूं पोर अड़ीकतां बीते दिन ज्यूँ मास
दरसन दे, अब बादली मुरधर नै मत तास