Last modified on 13 नवम्बर 2010, at 18:45

मादा/कन्हैया लाल सेठिया



भोर भोर
फरांस पर बेठी लीलटांस
चाणचक ही उड़गी,
आभे रे अणपार लीलास में
जागगी कोई याद
कोई सपनूँ,
ऊँची र ऊँची
उड़ती गई
लारे छुट्ग्यो आलो
मोबी बचिया
अबे बा
कोनी माँ
खाली माता है