लोग
कैद है कमरै में
कमरै में है कैमरै री कुबदां
कुमासणां नै कुण कैवै-
थारै बारणै ऊभी भोर सुहागण
उणरै सागै खुली हवा
थारै सागै रमण आई
सोनचिड़ी !
लोग
कैद है कमरै में
कमरै में है कैमरै री कुबदां
कुमासणां नै कुण कैवै-
थारै बारणै ऊभी भोर सुहागण
उणरै सागै खुली हवा
थारै सागै रमण आई
सोनचिड़ी !