भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मोर मुकुट आपका / संतोष मायामोहन
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:52, 29 नवम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=संतोष मायामोहन |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <Poem>सोनलिया रेत …)
सोनलिया रेत का यह
तिकोना धोरा
धोरे के शीर्ष नाचता मोर ।
मोर मुकुट आपका
मेरा खेत ।