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रूंख / शिवराज भारतीय

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हरया-भरया मतवाळा रूंख
मनभावणियां प्यारा रूंख।

सगळां रै मनड़ै नै भावै
टाबर ऊछळ-कूद मचावै
फळ-मेवां रो बुगचो रूंख
मनभावणियां प्यारा रूंख।

उमड़-घुमड़ नै बादळ आवै
बिरखा नै ऐ तुरंत बुलावै
पंछी रो हेताळू रूंख।

सावण में ऐ जबरा झूमै
मचळ-मचळ आभै नै चूमै
हरखै अर हरखावै रूंख
मनभावणियां प्यारा रूंख।

बाग-बनां अर खेती बाड़ी
गांव-गळी री सोभा रूंख
म्हां सगळां रा जीवण साथी
मनभावणियां प्यारा रूंख।