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घर में रमती कवितावां 8 / रामस्वरूप किसान

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म्हारी छात पड़गी
पच्चासूं छोटी-छोटी
गुवाड़ी उजड़गी

चिड़ौ-चिड़ी
चून ल्यावण
गयोड़ा हा
टक्कर मारता फिरै।