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- 18:46, 9 नवम्बर 2009 अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) ने पृष्ठ ऐ मेरे वतन के लोगों हटा दिया (हटाने के पहलेका पाठ था: 'ye mere pyre vatan, ye mere ujde chaman tujpe dil kurban tujpe dil kurban, tu hi meri aarjoon tu hi meri justjoon tu hi meri jaan ye mere pyre vatan ye mere ujde chaman tujhpe dil kurbaan')
- 20:19, 3 नवम्बर 2009 Pratishtha (चर्चा | योगदान) ने पृष्ठ ऐ मेरे वतन के लोगों हटा दिया (duplicate page पाठ था: 'ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा<br /> ये …' (और सिर्फ 'Kumar Gulshan' का योगदान था।))