अगर घड़ी बंद हो तो
उसमें हमेशा साढ़े सात
सवा ग्यारह
पौने नौ
या चार
या 2.10 बजेंगे
आँख-कान बंद हों
घड़ी चालू हो
तो भी यही होगा
लेकिन घड़ी को चालू रखना चाहिए
उसमें समय-समय पर नया सेल
लगाते रहना चाहिए
वैसे आँख-कान खुले रहें तो भी कोई
नुक़सान नहीं
लेकिन वे बंद रहें
तो भी घड़ी को तो अपना काम
करने देना चाहिए।