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अजीब घटना / सुशान्त सुप्रिय
Kavita Kosh से
एक आह में बंद था
दर्द का पूरा महाकाव्य
एक बोलती चुप्पी ने
डरा दिया सबको
मृत घोषित कर दिया गया था जिसे
उसका ख़ून चीख़-चीख़ कर
बताने लगा सब को
हत्यारों की पहचान
सहम गए सब
कि कैसा युग था यह
कैसे लोग थे हम