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अपना हिन्दुस्तान / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
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अपना हिन्दुस्तान
सबसे न्यारा
सबसे प्यारा
अपना हिन्दुस्तान
आओ हम सब
मिलकर गायें
इसका गौरव गान
मातृभूमि हित शीश कटाना
इसकी परिपाटी
कौन छीन सकता फिर
इससे फूलों की घाटी
एक नहीं
हर युग में उपजे
योद्धा यहाँ महान
चढ़ी रही हरदम राणा के
घोडे़ की काठी
बदल गयी इतिहास देश का
बापू की लाठी
अंतरिक्ष तक
ध्वजा तिरंगा
लेता फिरे उड़ान
पाँव पड़ी जंजीरें तोड़ीं
हार नहीं मानी
भले पड़ गयी देनी इसको
लाखों कुर्बानी
सवा लाख
दुश्मन पर भारी
इसका एक जवान