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अलफ अल्ला नाल रत्ता दिल मेरा / बुल्ले शाह

‘अलफ’ अल्ला नाल रत्ता<ref>प्यार में रंगा</ref> दिल मेरा,
मैं ने ‘बे’ दी खबर ना काई।
‘बे’ पढ़दिआँ मैनूँ समझ ना आवे,
लज़्ज़त<ref>स्वाद</ref> ‘अलफ’ दी आईं।
‘ऐन’ ते ‘गैन’ नूँ समझ न जाणाँ,
गल्ल ‘अलफ’ समझाईं।
बुल्लिआ कौल अलफ दे पूरे,
जेहड़े दिल दी करन सफाईं।

शब्दार्थ
<references/>