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आतिश-दान / सारा शगुफ़्ता
Kavita Kosh से
आतिश-दानों से
अपने दहकते हुए सीने निकाल लो
वर्ना आख़िर दिन
आग और लकड़ी ओ अशरफ़-उल-मख़्लूक़
बना दिया जाएगा