ताँबे के ऊपर से
उतर गया मुलम्मा
छद्म नाम
धुल गया
छोड़ गया
रंग अपना
तेजाब में वक्त की
फिर क्या
अब खलास
ढाँचे पर
जो नाम डाल दो
ताँबे के ऊपर से
उतर गया मुलम्मा
छद्म नाम
धुल गया
छोड़ गया
रंग अपना
तेजाब में वक्त की
फिर क्या
अब खलास
ढाँचे पर
जो नाम डाल दो