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उँचे पे बँगला छराओ स्याम / अंगिका लोकगीत

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

ऊँचे पे बँगला छराओ स्याम तुम नीचे लहर जमुना बहे
नीचे लहर जमुना बहे हो नीचे लहर जमुना बहे
ऊँचे पे बँगला छराओ स्याम तुम नीचे लहर जमुना बहे

कै योजन जमुना गहरी हो कै योजन जमुना गहरी
कै योजन पै बँगला छरैया नीचे लहर जमुना बहे
ऊँचे पे बँगला छराओ स्याम तुम नीचे लहर जमुना बहे

नौ योजन जमुना गहरी हो नौ योजन जमुना गहरी
दस योजन पे बँगला छरैया नीचे लहर जमुना बहे
ऊँचे पे बँगला छराओ स्याम तुम नीचे लहर जमुना बहे