संबंधों में
कविता की तरह
जन्म लेता है विश्वास
और ठहर जाता है
आस्था की
सुगंध बनकर।
अंत में
जीवन में
ठहर जाता है
कविता बन कर।
संबंधों में
कविता की तरह
जन्म लेता है विश्वास
और ठहर जाता है
आस्था की
सुगंध बनकर।
अंत में
जीवन में
ठहर जाता है
कविता बन कर।