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किरचें / पावलोवा
Kavita Kosh से
मैंने तोड़ दिया तुम्हारा हृदय
अब चलना है मुझे
(जीवन भर )
काँच के टुकड़ों पर ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सिद्धेश्वर सिंह