ई केकर लास हे?
सड़क पर पड़ल हे
चार दिन से
नाक नें देल हा हे, सड़ल हे
चीन्हऽ हे सब कोय
बोलऽ हे कोचय नै,
मरै के राज ओकर
खोलऽ हे कोय नै
कोय नै कहऽ हे कि
कैसे इै मरले हे,
ठोंठा पर लाठी
धरके कोय चहरले हे
सुनऽ हियै हम कि
जेकरा कहीं कमैले,
ऊ भी नै मरला पर
देखैले ऐलै।
पता नें मरलै कि
मारल गेले हे,
घर ओकर उजड़ल कि
उजाड़ल गेले हे।
डर से परिवार कोय
नै देखैले आबऽ हे
भीतर के बात सब
भितरे पचाबऽ हे।