मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कौने बाबा इहो बाँस रोपल
ओ जे बाँस कोपड़ छोरू हे
कौने दाइ सोइरी घर सेवल
ओ जे पुत्र फल पाओल हे
अपन बाबा ईहो बाँस रोपल
कोंपड़ छोड़ल हे
अइहब दाइ सोइरी घर सेवल
पुत्र फल पाओल हे
युगे-युगे जीबऽ तोँ हे बरूआ
आब वंश बढ़ल हे