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ख़ालीपन / स्नेहमयी चौधरी
Kavita Kosh से
दु:ख
जो मेरे अकेलेपन का साथी था
वह भी छोड़ कर चला गया
क्योंकि
मैंने उसे दे देना चाहा था
किसी और को।