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गलफर में जहर / 21 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

साँझ के
नेरहिया नें
हुआं-हुआं के मचैलकै शोर
गांव सें भी
ऐलै वैहने आवाज
नेरहिया नें
एक दोसर सें कहलकै
भागै यहां सें
धोखा होय सकै छै
आदमी लागै छै।
ऊ तेॅ ओकरे से लेलकै
फिनू की दैले ऐलै।

अनुवाद:

शाम में
सियार ने
हुआं-हुआं का मचाया शोर
गाँव से भी
आई वैसी ही आवाज
सियार ने
एक दूजे से कहा
भाग यहाँ से
धोखा होसकता है।
आदमी लगता है।
उसने तो उसी से लिया है
फिर वह उसे क्या देने आया है।