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गुलाब / मेटिन जेन्गिज़ / मणि मोहन
Kavita Kosh से
यह तुम्हारा ख़ूबसूरत बग़ीचा जो मेरे ख़याल में है
उस अतीत की तरह जहाँ जाकर मैं वापिस नहीं लौट सकता
वहाँ बहार हमेशा बनी रहेगी इसी तरह
अनन्त तक वसन्त बना रहेगा
वह बग़ीचा जो मेरे ख़याल में है ।
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : मणि मोहन
लीजिए, अब यही कविता मूल तुर्की भाषा में पढ़िए
Metin Cengiz
Gül
Şu imgemdeki biçimli bahçen
Gidip gelemediğim geçmiş gibi
Orada hep öyle güzel açacak
Sonsuzluk içinde açacak
İmgemdeki o bahçe