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ग्लोब / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
गोल-गोल सा ग्लोब
बने हैं इस पर नदियाँ-पर्वत
तीन ओर से घिरा समंदर
छोटा-सा है भारत।
पापा कहते-देखो-देखो
इसमें दुनिया सारी,
बात समझ न आई, मिंकी
सोच-सोचकर हारी!