भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

चांद / विजय

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

चाँद, बच्चा लेॅ
सफेद सफेद गेंद
चाँद, सुहागिन वास्तें
कारॅ कपार पर उजरॅ सुन्दर बिंदिया
मतुर चाँद
हमरा लेॅ
चूल्हा पर चढ़लॅ अल्मूनियम के हंडी
या ताबा पर सकैतेॅ कच्चा रोटी।