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छै बाबू / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'
Kavita Kosh से
कहिनें सब निमझान छै बाबू।
चैबटिया सुनषान छै बाबू।
सौसें गाँव मेॅ गीदर बोलै
लागै कि ष्मषान छै बाबू।
बूतरू सब हूलकी के खौजै
घुसलोॅ सब मुस्कान छै बाबू।
उमकै जेे कानून तोड़ी के
कहिनों उ बलवान छै बाबू।
सोन चिड़ैयाँ फेरू बनतै
हमरो इ अनुमान छै बाबू।