भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

जंगल के पेड़ / कुमार सुरेश

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

किसी जंगल के
लगभग सभी बड़े वृक्ष
आकार, प्रकार, वजन, उम्र और अनुभव में
हमारे अग्रज ही ठहरते हैं
हम जब प्रवेश करते हैं जंगल में
बुजुर्गों की तरह देखते रहते हैं
हमें पास आते

और हम भी
गुज़रते हुए जंगल के बीच से
जैसे किसी जादू के ज़ोर से
ख़ामोश हो जाते हैं
इन बुजुर्गों की बात
ध्यान से सुनने के लिए ।