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जन और मैं / नासिर अहमद सिकंदर

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नदियों पर पुल बनाये
बांध बांधे मैंने
रेत कम
सीमेंट बहुत
बहुत मेहनत
लगन-जतन बहुत
फिर भी पुल गिरा
बांध हुआ ध्वस्त !