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जैसे की जीवद्रव्य / महेश वर्मा

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अपनी उँगलियों से मेरी हथेली पर लिखे वह शब्द
कोई नाम लिखो
फिर मुझे एक कूटशब्द लिखने दो अपने हाथ पर
या पीठ पर
कहीं भी
फिर एक चुम्बन लिखो एकाकी चाँद पर ताकि मैं
फिर से उसी जगह पर उन्हीं अक्षरों पर दोहराकर लिख
सकूँ अपना चुम्बन

आकाश कहाँ लिखा है ?
मेरे या कि तुम्हारे वक्ष पर ?

अब इस आकाश पर एक सूर्य लिखो
अनगिनत तारे, बादल और हवा लिखो
और मुझे आँकने दो अपने हिस्से की आकाशगंगा

फिर मेरे माथे पर अपना भाग्य लिखो
मैं तुम्हारे माथे पर पढ़ूँगा अपना भाग्य

लेकिन सबसे पहले मेरे लिए एक जीवन लिखो
शुरूआत में मेरी पहली कोशिका लिखो
और इसमें तीर से
महत्वपूर्ण हिस्सों को नामांकित करो : जैसे की जीवद्रव्य ।