भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
टल गया एक महाभारत / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
Kavita Kosh से
गुरू ने कटवा लिया शिष्य का अँगूठा
भाई ने भाई को निष्कासित कर दिया
एक असहाय नारी नंगी कर दी गई
महारथियों के बीच
नहीं उठाया अर्जुन ने गाण्डीव
नहीं दिया कृष्ण ने युद्ध-मंत्र
एक महाभारत ट्ल गया
टल गया एक महाभारत ।